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GIRLS OF HEAVEN VS GIRLS OF HELL Introspecting The Feminine Power Perspective
₹425.00
Author: Dr. Sima Kumari
Language : English
paperback : 261 pages
ISBN-13 : 978-93-6884-503-4
Country of Origin : India
Publisher : Book Rivers(12 March 2025)
Categories: Books, NON-FICTION
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यह काव्य संग्रह ‘सूरज का साक्षात्कार’ कवि द्वारा साहित्य रूपी आदित्य का साक्षात्कार करने का द्योतक है। इस संग्रह की अधिकांश रचनाएँ समसामयिक घटनाओं के सूक्ष्मावलोकन से उपजी हैं तो अनेक कविताएँ मानव के सामाजिक राजनैतिक जीवन की परिघटनाओं पर आधारित हैं। रचनाकार ने पूरा प्रयास किया है कि इस संग्रह में हर पाठक वर्ग के लिए कुछ न कुछ रहे; बच्चों के लिए, किशोरों के लिए, युवा हृदयों के लिए, अनुभवी मस्तिष्क के लिए। इस संग्रह में नीति है, नैतिकता है, समाज है, देशभक्ति है, मतदाता है, मजदूर है। एक कविता में दाना माँझी है तो एक अन्य कविता में उम्मीदों के दीप भी हैं।
Kamal Pankh (Hindi)
₹110.00
Product details
- ASIN : B08SMFCSBS
- Publisher : Book River (7 January 2020)
- Language : Hindi
- Country of Origin : India
Smratirekha (Hindi)
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Product details
- ASIN : B08T6H5XFZ
- Publisher : Book River (1 January 2021)
- Language : Hindi
- Item Weight : 100 g
- Dimensions : 12 x 2 x 21 cm
- Country of Origin : India
Hindi Sahitya Ka Nikash (Hindi)
उन्हें, जिन्हें हमेशा रुचा, और रास आया मेरा साहित्यकारपना। उनके मार्गदर्शन और प्रोत्साहन ने मेरी कलम को प्रदान किया निरंतर संबल। मेरी संवेदना को जिनसे मिले ‘पर’ जिनके बूते अंतस में उदित हुई साहित्याकाश मे ं जगमगाने की आकांक्षा।
BIO MATERIALS FOR DENTAL IMPLANTS
Many surgical procedures have been developed to restore more favorable anatomy for prosthesis support. They include vestibuloplasty, Vestibuloplasty with skin or mucosal grafting; and augmentation with bone grafting procedures. These procedures offered short-term improvement to denture stability and retention; however none showed long-term clinical success. Hence implant dentistry had evolved into a reasonably predictable treatment modality for the majority of such patients
इस दुनिया में रहना सीखो (Hindi)
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हमारा दृश्य रूप हैं हमारा शरीर। यह प्रकृति की अद्भुत रचना है।इसमें अनन्त शक्तियाँ निहित हैं। सारी प्राप्तियों का साधन शरीर ही है। जीवन में सब कुछ प्राप्त करने का साधन शरीर ही हैं। इसे स्वस्थ, सुगठित, क्रियाशील, ऊर्जावान व अध्यवसायी बनाए रखने का दायित्व हम पर ही है। इसमें कुछ दोष आ यगा तो हम अपना कत्र्तव्य पथ भूल इस साधन की देख-रेख में लग जाएँगे हमारा लक्ष्य पीछे रह जाएगा।
Aghori Baba Ki Gita (Vigyan ki punarsthapna) (Hindi)
इस कहानी के मुख्य पात्र की यात्रा अब शुरू होती है, अलीगढ़ की जहाँ एक झाड़ू लगाने वाला मेहतर, जिसके बारे में प्रसिद्ध है कि वो शास्त्रों को बहुत बड़ा ज्ञाता है, उसके पास जाना है ! लेकिन क्या एक ब्राहमण को ज्ञान की तलाश में, एक मेहतर से भगवद्गीता को समझना चाहिये ? क्या उसके पास इतना ज्ञान है भी, जो उसके पास जाया भी जाए ! किन्तु जब मुख्य पात्र, अलीगढ़ में किशोर नाम के उस मेहतर से मिलता है, तो भौचक्का रह जाता है धर्म को लेकर, जाति व्यवस्था को लेकर, वर्ण व्यवस्था पर, कर्म और उसके फल, शास्त्रों के विभिन्न शब्दों के अर्थ जैसे अहिंसा परमो धर्मः ज्योतिष, गणित, छंद शास्त्र आदि पर जैसी बातें उस मेहतर को पता हैं, वैसी बातें तो बड़े बड़े पंडितों को नहीं पता ज्ञान प्राप्ति की चाह में, मुख्य पात्र, उस मेहतर से, सीखता है, गीता में लिखित गूढ़ ज्ञान और कर्मयोग छंद शास्त्र से बाइनरी सिस्टम, धनुर्वेद से पदम, बवेपदम आदि, शास्त्रों की कथाओं में छिपा खगोल विज्ञान, जिसमें बात है, सोलर सिस्टम के दसवें ग्रह की द्य ऐसी अनेकों रहस्यमयी बातों का पिटारा है, किशोर जी लेकिन जैसा कि हर पढ़ाई के बाद होता है, यहाँ भी, पढ़ाने के बाद किशोर जी ने, मुख्य पात्र की परीक्षा ली और परीक्षा थी, परोपकार करने की जिसमें मुख्य पात्र फेल हो गया, वो एक ऐसा परोपकार नहीं कर पाया, जिससे योगी होने के मार्ग पर वो आगे बढ़ सके फिर क्या हुआ ? क्या मुख्य पात्र को भगवद्गीता का गूढ़ रहस्य समझ आया ? क्या परीक्षा में फेल होने के बाद, उसकी ज्ञानयात्रा भी समाप्त हो गयी क्या एक ब्राहमण का, एक मेहतर से, शास्त्रों का ज्ञान लेना उचित है ? ऐसे सभी प्रश्नों के उत्तर हैं, इस अघोरी बाबा की गीता में
Ret Par Nadi (Hindi)
₹149.00
नदी में तृप्त आनंदित और शीतलता का विशेष गुण होता है। वह जब अपनी मंजिल की ओर बढ़ती है, तो राह में आने वाली अवरुद्धता और बाधाओं रूपी चुनौतियों को स्वीकारते बढ़ती है। नदी का पर्याय सरिता है। सरिता की प्रकृति प्रवाहित होना है, यद्यपि प्रवाह का भाव देने और शब्द को अलंकृत करते संस्कृत के इस सुंदर शब्द संहिता का प्रयोग स्थान.स्थान पर किया जाता रहा है।
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