View cart “Kalchakra Ko Chalne de (Hindi)” has been added to your cart.
रेत की नदी (ग़ज़ल संग्रह)
₹185.00
Author: डॉ. माधवी गणवीर
Language : Hindi
paperback : 106 pages
ISBN-13 :978-93-6884-028-2
Country of Origin : India
Publisher : Book Rivers(22nd March 2025)
Category: POETRY
Related products
Geetika Gunjan (Hindi)
₹129.00
Product details
- Publisher : Book Rivers (25 August 2020)
- Language : Hindi
- Paperback : 111 pages
- ISBN-10 : 9389914590
- ISBN-13 : 978-9389914597
- Country of Origin : India
- Generic Name : Book
Dard Ke Saye (Hindi)
₹150.00
इस पुस्तक के लेखक दर्शन कुमार वसन का जन्म जम्मू ( जम्मू कश्मीर ) में 1953 में हुआ। 1975 में जम्मू विश्वविद्यालय से कैमिस्ट्री में एम एस सी की। 1976 में भारत सरकार की सेवा में चण्डीगढ़, भुवनेश्वर और लुधियाना में रहे। 2013 में पंजाब कृषि विश्वविद्यालय लुधियाना कैम्पस में स्थित केन्द्रीय सरकार के भारतीय अनाज संचयन प्रबंधन एवं अनुसंधान संस्थान से सहायक निदेशक के पद पर से सेवा निवृति प्राप्त की। इस से पहले 10 लघु नाटकों का संग्रह " खोये चेहरे का दर्द प्रकाशित हो चुका है।
Taaki Sanad Rahe (Hindi)
₹199.00
Product details
- Publisher : Book River (1 January 2021)
- Language : Hindi
- Item Weight : 200 g
- Dimensions : 12 x 2 x 21 cm
- Country of Origin : India
Kalchakra Ko Chalne de (Hindi)
₹150.00
Product details
- Publisher : Book River; 1st edition (1 January 2021)
- Language : Hindi
- Item Weight : 200 g
- Dimensions : 12 x 2 x 21 cm
- Country of Origin : India
साहिल की सुरमई ग़ज़लें
₹180.00
ज़िन्दगी में अगर प्रेम रस को जीवंत करने वाला झूमता गाता वसन्त है, तो तड़प और वेदनाओं से परिपूर्ण बेहद नीरस बना देने वाली बयार भी है। और इनसे जूझने वाली कोशिशें भी । जिसे शक्ति प्रदान करती गजलें। प्रेम मुहब्बत, तड़प और मानवीय पीड़ा को कलात्मक में ढालती गज़ल अपनी सहज और अलंकृत शैली में एक नई शक्ति एक नई ऊर्जा प्रदान कर जाती है
Zindagi ek Safar Aur Tum (Hindi)
₹80.00
ख़्वाब को कर वहे के बारे मंे सोचत ेहैं, बहुत महेरबान है ये जि़्ांदगी जो हमश्ेाा कुछ न कुछ नया दिखाई दिला दतेी हैं। बड़ ेमन से उतर रहा हैं उस चमकीली दुनिया का बड़ा एक जा ेगोनत रूप यह डाउन दोल कर के इसे उसी के हर तरह की अपनी एक फेसबुक जैसे फोकस मे ंअपने मे ंराजा होना। बहुत सारे लड़के अंदर नये लड़के से मिला और मे ंलड़के और गये इसलिये बोल रहा हूँ कि बहुत हैं जो सच ये एक मिशाल की पर खड़ ेऔर दहे हैं, कुछ ओर ऐस ेहैं जा ेदेख-देखकर अपनी दुिनया एक अपनी आरजू को किसी के तरह बना रहे हैं।
Dhai Akhar (Hindi)
₹179.00
सुबह की धूप का उगना कविता है तो साँझ को सूरज का ढ़लना भी एक कविता है।होली के गीत गाना कविता हो जाता है तो दीवाली के दीपों का प्रज्वलन कविता की सुंदर बानगी है। कविता के अनेक रंग हैए अनेक रूप हैं और अनेक मायने हैं। कविता कभी जीवन का लिबास हो जाती है तो कभी नदी के प्राकृतिक रूप में ढल कर अपने होने का एहसास करा जाती है।दरअसल जिस भी भाव में संवेदना है वह कविता सरीखी हो जाती है। इस कविता संग्रह ढाई आखर के रचनाकार एक नवोदित मगर एक समर्पित भाव के कवि हैं। वे मूलतः छंदों में लिखते हैं। उनके छंद फेसबुक पर फेसबुक के अनेक साहित्यिक समूहों पर धूम मचाते पढ़े जा सकते हैं। संभवतः ऐसा कोई भी रनिंग ग्रुप नहीं होगा जिसमें उनके छंदों का पदार्पण न हुआ हो। बलबीर सिंह वर्मा फेसबुक के कई ग्रुप के चहेते रचनाकार हैं और उनके छंद विभिन्न प्रतियोगिताओं में शताधिक अवार्ड सम्मान पुरस्कार प्रशंसा पत्र सांत्वना पत्र ग्रहण कर चुके हैं और उनकी यह काव्य यात्रा निरंतर बढ़.चढ़कर जारी है।
Avani Se Amber Tak (Hindi)
₹199.00
‘‘इसमे बुराई क्या हैं ? संदेSH पहुँचाना पुण्य का काम है और तुम्हंE तो इस काम के पैसे भी मिलते हैं। आज के जमानE में डाकिए की नौकरी भी क्या कम हैं ?‘‘ अजय चिढक़र माहेर लगाने लगा। पOस्टमास्टर लौट आया और कुर्सी पर बैठकर बीडी़ पीने लगा। फिर बोला-‘‘अब जाओ भी, चिट्ठियाँ न हीं बांटनी क्या ?‘‘
Reviews
There are no reviews yet.